पत्र-लेखन









औपचारिक पत्र

विद्‌युत बोर्ड के महाप्रबंधक को बिजली की अनियमितता के संबंध में शिकायती पत्र लिखिए।


बी-३, किदवई नगर
नई दिल्ली
दिनांक: 3 अप्रैल, 2015

सेवा में,
श्रीमान महाप्रबंधक
दिल्ली विद्‌युत बोर्ड
नई दिल्ली

विषय : बिजली की अनियमितता के संबंध में शिकायती पत्र

महोदय,
मैं, अजय कुमार, किदवई नगर का निवासी हूँ। मैं आपका ध्यान अपने क्षेत्र की बिजली अनियमितता की ओर दिलाना चाहता हूँ। पिछले कुछ दिनों से हमारे क्षेत्र में बिजली बार-बार लम्बे समय के लिए चली जाती है। परीक्षाओं के दिन चल रहे हैं और ऐसी स्थिति में बिजली का न होना बड़ा कष्टदायक है। बिजली न होने की वजह से कुछ लोगों को जेनरेटर आदि की सुविधा से काम चलाना पड़ता है जिससे प्रदूषण बढ़ता है और पर्यावरण को नुकसान भी पहुँचता है। बिजली न होने की वजह से सड़कों पर भी अँधेरा पसर जाता है जिसका असामाजिक तत्त्व भी फायदा उठाते हैं।
अत: आपसे विनम्र निवेदन है कि आप बिजली की आपूर्ति निरंतर जारी रखवाएँ। आशा करते हैं कि आप हमारी समस्या का निवारण करेंगे।

सधन्यवाद।

भवदीय
अजय कुमार

अनौपचारिक पत्र

अपने मित्र को पत्र लिखकर समझाइए कि पशु-पक्षियों के साथ निर्मम व्यवहार न करे।

3/888
प्रेम नगर
फरीदाबाद
दिनांक : 10 अप्रैल, 2015

प्रिय अनुज,
सदा खुश रहो।
हम यहाँ कुशलतापूर्वक हैं। आशा है कि तुम भी सपरिवार सकुशल होगे। तुम्हारे पत्र से पता चला कि तुम्हें शिकार और फोटोग्राफी का शौक है तथा तुमने कई साहसी कार्य किए हैं। ये सारी बातें मुझे समाचार-पत्र के द्‌वारा पता चलीं। पढ़कर गर्व हुआ। मित्र, शिकार का शौक तो अच्छा है लेकिन यह सिर्फ़ शौक तक ही सीमित रहे तो ठीक है। असहाय जीवों पर निशाना लगाना सही नहीं है। पशुओं का शिकार करना कोई महान कार्य नहीं है। सरकार ने वन्यजीव संरक्षण योजना बनाई है। पशुओं को संरक्षण दिया जा रहा है। यदि ऐसे ही शिकार होते रहे तो जंगल पशु-पक्षी विहीन हो जाएँगे। वनों के प्राक्रुतिक वातावरण में उन्हें विचरते देखना कितना अच्छा लगता है। तुमने तो पढ़ा होगा कि किस तरह काले हिरण का शिकार करने की वजह से फिल अभिनेता सलमान खान कानूनी मामले में फँस गए हैं जिसके लिए उन्हें जेल भी जाना पड़ा। इसलिए तुम शिकार करना छोड़ दो। आशा है कि तुम्हें मेरी बात समझ में आ गई होगी।
शेष बातें मिलने पर। परिवार में माता-पिता को मेरा चरण स्पर्श कहना।

तुम्हारा मित्र
विवेक
 

2 टिप्‍पणियां:

Back to Top